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मकान मालकिन की रात में चुदाई ( Wild Bhabhi Fuck Story )

Wild Bhabhi Fuck Story में मैंने एक कमरा किराए पर लिया। मकान मालकिन बहुत सुंदर और अकेली रहती थी। वह तीसरी रात मेरे कमरे में आ गई।

प्रिय, मैं रॉकी हूँ।
मैं 35 साल का हैंडसम और खूबसूरत युवा हूँ, जो लड़कियों को मुझे देखने को मजबूर करता है।

MSc (IT) करने के बाद दिल्ली में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी ने मुझे चुना।

बुराड़ी में मेरा कार्यालय था।
तो मैंने बुराड़ी में कमरा खोजना शुरू किया।

पान की दुकान वाले ने तभी कहा कि सामने वाले दो मंजिला घर में एक सैट खाली है।

ठीक उसी समय मैंने उस घर का दरवाजा खटखटाया।

जब दरवाजा खुला, सामने 45 से 47 वर्ष की एक महिला खड़ी थी।
वह भाभी इतनी खूबसूरत और सेक्सी थी कि मेरी आँखें उसकी सुंदरता पर टिक गईं।

Wild Bhabhi Fuck Story

उसकी आंखों में एक ऐसी चमक थी, जो किसी भी आदमी को बेकरार कर देती, और उसका बदन मानो आग उगल रहा था।

यहीं से वाइल्ड भाभी की प्यारी कहानी शुरू हुई।

सवालिया नजरों से मेरी तरफ देखकर उसने कहा, “हूँ? कहा।
मैंने कहा कि मैं कमरे को देखने आया हूँ।

वह मुझे सरसरी दृष्टि से ऊपर से नीचे तक देखने के बाद घूमी और मुझे ऊपरी मंजिल पर अपने साथ ले गई।

मुझे अपनी ओर खींचने वाली उसकी चाल में एक न/शा था।

मैं घर देखकर तुरंत फाइनल कर लिया।

उस भाभी ने कहा कि किराया 15,000 होगा, और आप चाहें तो एक शेयरिंग पार्टनर रख सकते हैं, लेकिन इस घर में कोई लड़की नहीं होगी।
मैंने अपना सामान शिफ्ट कर लिया और उसे पांच हजार रुपये एडवांस दिए।

लैंडलॉर्ड ने सिर्फ दो दिनों में मेरे साथ इतना प्यार दिखाया कि बातें दिल से दिल तक चली गईं।

उस तलाकशुदा भाभी का नाम रूबी था।
उसकी हर हंसी और अदा में एक जादू था जो मुझे परेशान कर रहा था।
उसकी तरफ से भी मूक सहमति दिखने लगी, जब मैं उसे चोदने का मन करने लगा।

अगले दिन मैं एक सेक्स गोली का पैक खरीद लाया ताकि मैं रूबी को रात में किसी अरबी घोड़े की तरह पेल सकूँ।

तीसरी रात को शायद 11 बजे तक मैं गहरी नींद में था।

मेरे कमरे का दरवाजा अचानक धीरे-धीरे खुला।
मैंने अपनी आंखें खोलकर देखा कि रूबी एक पारदर्शी, शॉर्ट नाइटी में मेरी ओर आ रही है।

उसकी टांगें पूरी तरह से नंगी थीं, और उसका बदन ऐसा चमक रहा था मानो चांदनी रात में।

उसने आहिस्ता से दरवाजा बंद करके मेरे बेड की ओर चली गई।

रात थी और रूबी भाभी अचानक मेरी रजाई में घुस आई।

रजाई में घुसते ही उसने मुझसे इतना लिपट गया कि मेरे शरीर में आग सी लग गई. उसने मेरी कमर को अपनी बांहों में जकड़ लिया।

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उसकी सांसें मेरे चेहरे पर टकरा रही थीं।
रॉकी, मैं ठंड से कांप रहा हूँ, वह धीमी, गर्म आवाज में कहा। मेरी मदद करो।

उसकी इस अदा ने मेरे शरीर को जलाया।
मैं उसे अपनी ओर और ज्यादा खींचने लगा जब मेरा शरीर जवाब देने लगा।

उसकी नरम कमर को सहलाने के लिए मैंने अपना हाथ उसकी नाइटी में डाल दिया।

रूबी की आंखें प्यासी थीं।
उसने विनती की, “मेरी कच्छी उतार दो।”

मैंने धीरे-धीरे उसके कच्छी की दोनों बगलों में हाथ डालकर उतार दिया।

उसने खुद अपनी कच्छी से अपनी टांगें बाहर निकालीं।

तब मैंने उसकी नाइटी को एक झटके में फाड़ दी और रजाई से बाहर फेंक दी।

रूबी अब मेरे सामने पूरी तरह से नंगी थी।
जब मैंने उसे हाथ से सहलाया, मैंने सोचा कि उसका शरीर मानो कोई ख्वाब था।

वह कई लोगों से चिपक गई।
उसके सांसों ने मेरे होंठों को छू लिया।

“रॉकी, मुझे अपनी प्रेमिका बना लो।” मैं आपके साथ लिव-इन करना चाहता हूँ।

मैंने उसकी नर्म गांड पर अपना दायां हाथ सरकाया।

उसकी जीभ बाहर निकल गई और उसने अपना मुँह खोला, मानो वह मुझे और उकसा रही हो।
मैंने उसकी गांड के छेद में अपनी उंगली डाली।
हल्की सी चिहुँकी, लेकिन फिर शांत हो गई।

उसकी गांड की गर्माहट मेरी उंगली को सुख देने लगी, और मैं उसकी गांड में उंगली डालने में खो गया।
वह मेरे लिंग को भी सहलाने लगी।
मैं झड़ गया और मुझे ग्लानि हुई कि मैं अब इस प्यासी हसीना को कैसे चोदूंगा!

शायद रूबी ने यह बात समझ ली थी. वह चुप हो गई और सोने लगी.

उठा और अपनी टेबल की दराज में से दो वायग्रा की गोली खाकर बाथरूम से बाहर आया, फिर वापस रूबी पर चिपक कर सो गया।

हम एक घंटे तक एक दूसरे से चिपक कर सोए रहे।

मेरी नींद लगभग 12 बजे खुली।
रूबी मेरे होंठों को चूम रही थी, हर किस में आग भर रही थी।

मैंने बिना विचार किए अपनी उंगली उसकी गांड में डाल दी।
मैंने उसकी आंखों में वासना का तूफान उठते देखा।

वह मुझे देखकर पूछा, “मेरे साथ लिव इन में रहोगे?”
रूबी, मैंने कहा, “तुम्हारी जैसी हसीना के साथ मैं शादी नहीं कर सकता।”

उसकी आँखें लाल हो गईं।
मैंने आगे कहा, “तुम्हारी ये आग, ये शरीर… मुझे चाहिए, लेकिन प्रेमिका बनाकर नहीं!”

रूबी रोने लगी, गुस्से और शर्म से चेहरा लाल हो गया।

मैंने कहा, रूबी, तुम 46 की हो, लेकिन तुम्हारा ये खूबसूरती, ये खूबसूरती..। मैं इसके साथ पूरी जिंदगी बिताना चाहता हूं, न कि सिर्फ लिव-इन।
यह सुनकर वह हैरान रह गई।

मैंने उसे खींच लिया।
तुमने क्या कहा? वह तड़पकर पूछा।

रूबी, मैंने कहा, “मैं तुम्हारी जैसी सेक्सी हसीना को अपनी पत्नी बनाना चाहता हूँ।” आप मेरे दिल की आग हैं। मैं आपका आशिक बन गया हूँ।
रूबी मेरे और करीब आ गई, उसके आँखों में चमक आई।

हमारी सांसें एक दूसरे में मिल गईं।
मेरे लौड़े को वह टटोलने लगी।

मैंने एक झटके में अपना कच्छा पलटकर अपनी बांहों में भर लिया।

अब रूबी की गांड पर मेरा लंड धीरे-धीरे रगड़ने लगा, मानो ज्वाला और आग एक हो रही हो।

उसकी गर्म सांसें मेरे चेहरे को सहलाते हुए रूबी वापस मुझसे लिपट गई।

उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में सरका दी और मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे।
वह मेरी जीभ चूसने लगी जैसे वह मेरे शरीर का हर रस पीना चाहती हो।

मैंने रूबी की टांगों को अपने हाथों से खोलते हुए उनकी टांगों को चौड़ा कर दिया।
मेरे हाथों में उसकी चुत थरथरा रही थी।

जैसे ही मैं कुछ करने लगा, रूबी ने उठकर अपने गले से चेन उतारी और उसे मेरे गले में डाल दिया।

अब वह मुझसे ऐसे लिपट गई जैसे वह मेरे शरीर में समा जाना चाहती हो।

जैसे ही मैं अपने अंगूठे से उसकी गांड के सुराख पर टटोला, रूबी ने अपनी जीभ मेरी गर्दन पर फेरनी शुरू की।
वह मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़कर अपनी चुत पर रगड़ रही थी।

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उसकी गर्म चुत मेरे शरीर में धक्का दे रही थी।
मेरा लंड अचानक रूबी की चूत के मुहाने पर रुक गया।

जैसे ही मैंने उसे डालने की कोशिश की, रूबी ने अपनी गांड को हल्का सा हिलाकर मेरे लंड के टोपे को अपनी चूत में डाल लिया।
जब टोपा अंदर घुस गया, रूबी का चेहरा लाल हो गया और उसकी आंखें लाल हो गईं।

उसने मेरी कमर को दोनों हाथों से ऐसे पकड़ लिया, जैसे वह मुझे अपने अंदर बंद करना चाहती हो।

उधर मेरे शरीर में आग सी लगी हुई थी, हालांकि मेरा लंड अभी आधा ही उसकी चूत में समा गया था।
रूबी की आंखें मुझे न्योछावर करने को बेकरार थीं, जब उसने अपना चेहरा मेरे सामने रखा।

मैंने उसके मोटे, रसीले गालों को अपनी जीभ से चाटना शुरू किया।
रूबी गांड को ऊपर-नीचे करने लगी।

पहली बार, मेरा लंड उसकी बच्चेदानी से सीधे टकराया।
मेरे लंड में मानो आग उठने लगी।

किसी जंगली जानवर की तरह मैं उसके मुँह को चाटने लगा।

रूबी अब पूरी तरह तड़प रही थी और हर कदम पर उत्साह था।
वह अपनी जीभ अपने ऊपरी होंठ पर फेरती हुई मेरे लंड पर उछलने लगी।

वह मेरे लंड को अपनी चूत से बार-बार निकालती और फिर उसे अपने अन्दर भरती।

रूबी अब उस बिंदु पर पहुंच चुकी थी, जहां वह रोने लगी।
रॉकी, मैं झड़ने वाला हूँ, वह मुझे देखते हुए बोली।

यह कहकर रूबी मेरे सामने अपनी आंखें भींचने लगी।
वह एक जोरदार झटका मारा और सिसकारियां लेकर रुक गई। वह अपने होंठ जीभ से चाट रही थी।

मेरा लंड रूबी की बच्चेदानी से चिपक गया था।

मैं उसका चेहरा देखने लगा।
उसकी आंखें अधिक गहरी हो गईं।

रूबी ने “आहह… आहह…” की सिसकारियां लेने लगी जैसे ही उसकी बच्चेदानी मेरे लंड पर गिरी।
उसके चेहरे को देखते हुए मैंने उसकी ठुड्डी को चाटना शुरू कर दिया।

रूबी की चूत मेरे लंड पर चढ़ने लगी।
एक बार मैं उसके बाएं गाल को चाट रहा था, फिर उसके दाएं गाल को।
रूबी दो मिनट तक चिल्लाती रही।

उसने मुझे उन दो मिनटों में चुदाई का ऐसा मज़ा दिया कि मैं खो सा गया।

झड़ने के बाद रूबी की आंखें खोलते ही उसके चेहरे में एक नई चमक आई।

मैंने उसके कानों में मुस्कुराते हुए कहा, “रूबी, मैं तुम्हारी गांड चाटनी चाहता हूँ।”

रूबी एकदम घोड़ी बन गई और हाथों से अपनी गांड फैला दी।
मैं उसके पीछे सरक गया और उसकी गांड के सुराख को अपनी जीभ से चाटने लगा।

रूबी चीखने लगी, मेरे शरीर में आग भड़काने लगी।

मैंने अपनी उंगली को उसकी चूत में डाल दिया।
मैं फिर से रूबी को चोदने के लिए उत्सुक हो गया।

मैंने रूबी को मिशनरी पोज में अपने बाएं तरफ लिटाया।
मेरे शरीर को उसका गर्म शरीर छू रहा था, मानो आग पर तेल डाल रहा हो।

रूबी ने मेरे चेहरे को पकड़ लिया और मेरे होंठों को अपनी जीभ से चाटने लगी, हर चाट मेरे दिल को धक्का देता था।

रूबी ने मेरे लंड को अपनी चूत में सरकवाते हुए अपने हाथ से मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल दी।
मैं उसकी चुत की गर्माहट से बेहोश हो गया।

मैं तड़पकर रोने लगा जैसे ही मेरा लंड चुत में घुस गया।
मैं रूबी की जीभ को चूसना शुरू कर दिया, उसका थूक मेरे मुँह में घुल रहा था और उसका स्वाद मुझे जन्नत की सैर करा रहा था।

अब रूबी मुझसे पूरी तरह लिपट गई।
उसके भारी, रसीले मम्मे मेरी छाती को ऐसे दबा रहे थे, मानो वह मुझे अपनी गोद में डाल देना चाहती हो।

मैंने दोनों हाथों से उसकी गांड को कसकर पकड़ा और तुरंत उसकी गांड पर झटके देने लगा।

मिशनरी पोज में फिर से उसकी बच्चेदानी से मेरा लंड टकराने लगा।
मैंने उसकी गांड को ताबड़तोड़ आगे-पीछे करना शुरू किया, हर बार उसका शरीर थरथरा रहा था।

यह देखकर, रूबी ने एक हाथ मेरी गर्दन से निकालकर मेरी बाईं बगल से सरकाकर अपने दोनों हाथ आपस में जकड़ लिए।

उसने अपनी आंखें बंद कर लीं और अपनी गहरी जीभ और जीभ मेरे मुँह में डाल दी।

Kamukta Bhabhi Ki Chudai Kahani

मैं पूरी शक्ति से उसकी गांड को ऊपर-नीचे करने लगा।

रूबी ने मुझे अपनी जीभ चटवाने लगी, हर सिसकारी मेरे शरीर में आग लगा रही थी।

मैंने बिना रुके भाभी की गांड को अपने हाथों से पांच मिनट तक चलाया।

रूबी की ऐसी क्रूर चुदाई ने उसे बेहोश कर दिया था।
अब वह मुझे ताड़ने लगी, उसकी नजरें मेरे चेहरे पर पड़ी हुईं।

रूबी मुझे देख रही थी, उसकी आंखें नम थीं।

मैं फिर से तड़पकर हकलाने लगा।
क्या चाहिए? उसने आंखों से पूछा।

उसकी जीभ बाहर निकलने लगी और उसका मुँह खुल गया।
मैंने उसे दिखाते हुए अपनी जीभ से उसकी जीभ को चाटना शुरू किया।

रूबी ने अपनी पूरी जीभ निकाल दी, जिससे मैं ज़ोर से चाटने लगा।

रूबी ने मुझे ताकते हुए थूक से अपनी जीभ भरकर बाहर निकाला।

उसे देखते हुए, मैंने उसकी जुबान से टपकते रस को अपने मुँह में लेकर चाटना शुरू किया और अपने लंड से नीचे से उसकी चूत को चोदता रहा।

मैंने रूबी का दायां निप्पल अपने बाएं हाथ से दबाने लगा।
रूबी मेरे शरीर को भेदते हुए लगातार मेरा चेहरा देखती रही।

मैं उसके मुँह को चाटते हुए उसे देखने लगा।

हम दोनों पांच मिनट तक मदमस्त होकर एक दूसरे को ताड़ते रहे।

रूबी का चेहरा अचानक बदलने लगा।
भाभी रोने लगी, “उउइइ… उउउईई..।”

मैंने सोचा कि रूबी फिर से झड़ जाएगी।
मैं लॉलीपॉप की तरह उसके हाथ का अंगूठा चूसने लगा।

अब रूबी बेहोश होकर चीखने लगी, “मेरा काम होने वाला है!”
‘आहह… आहह…’ की तेज सिसकारी के साथ वह दो बार भलभला कर गिरने लगी।

रूबी ने चिल्लाकर कहा, “रॉकी, मैं तुम्हारे लंड पर गिर गया हूँ!”
मैंने तुरंत अपने लंड को उसकी बच्चेदानी से टकराया और टोपे को उसकी बच्चेदानी के मुहाने पर रखा।

रूबी की चुत के रस की गर्माहट मेरे शरीर में करंट डालती हुई झड़ने लगी।

रूबी के झड़ते ही मैं उसके गाल को पागलों की तरह चाटने लगा।
अब रूबी जंगली हसीना की तरह चीखती हुई झड़ती हुई चिल्ला रही थी।
उसकी खुली आंखें तुरंत बंद हो गईं और उसने अपनी सांसों को बाहर निकाला।

रूबी अब धीरे-धीरे अपनी गांड को मेरे लंड पर उछालने लगी, मानो हर बार मुझे अधिक गहराई में ले जाना चाहती हो।

उसकी चूत मेरे लंड पर झाड़ रही थी, जबकि मैं उसके गाल चाट रहा था।
वह जानबूझकर जोर-जोर से “आहह… आहह…” की सिसकारियां ले रही थी, जो मुझे चुदाई का इतना आनंद दे रही थी कि मैं तड़पकर फटने लगा।

उसकी चूत मेरे लंड पर झड़ रही थी, जबकि मैं उसके रसीले गाल चाट रहा था. सबसे अधिक उत्तेजना मुझे रूबी की चुड़क्कड़ सी शक्ल दे रही थी।
इस समय वह किसी रंडी की तरह खूबसूरती से झड़ने का मजा ले रही थी, जिससे मुझे दोगुना आनंद मिल रहा था।

मैं रूबी के साथ कुछ मिनट मजे लेता रहा।
रूबी अब झड़ गई, लेकिन मैंने उसके गाल को अपने मुँह में दबाए हुए था।

दवा का असर अभी भी मेरे ऊपर था।

मैं अचानक उठा और रूबी की टांगों को वापस से फैलाकर उसके ऊपर चढ़ गया।
मैंने उसकी टांगें बढ़ा दीं। उसकी चूत के मुहाने को मेरा लंड टटोलने लगा।

एक झटके में मैंने टोपे को उसकी चूत के मुहाने पर रखा और उसे अंदर डाल दिया।
रूबी ने आंखें गाड़कर मुझे देखा, फिर धीरे-धीरे सिर उठाने लगा।

नीचे झुककर मैंने उसकी बाहर निकली जीभ को अपने मुँह में ले लिया और उसका स्वाद चूसने लगा, जो मेरे शरीर को गर्म कर रहा था।

ओह रूबी… ऊह रूबी..। तुम्हारे दूध इतने सुंदर हैं! मैंने उसके दूध को चूसना शुरू किया।

रूबी ने मेरे दूध पर दबाना शुरू किया और अपना हाथ मेरे सिर पर रखा।

मैं नीचे झुका और रूबी ने मेरे मुँह पर अपने होंठ रखकर मुझे चूमने लगी।

मैं उसकी जीभ चूसते हुए उसकी चूत में अपने लंड डालने लगा।
रूबी की चूत से चिल्लाहट आने लगी। एक बार फिर, उसकी चूत झड़ने के कगार पर थी।

वह अचानक “आहह… आहह…” करने लगी।

अब मैं कुत्ते की तरह उसकी चूत में लंड डालने लगा।
मुझे उसकी चूत का झड़ना महसूस हुआ जैसे ही रूबी चीखी।

मैं उसकी चूत को चोदता रहा।
एक मिनट में, रूबी ने मेरे लंड पर अपनी चूत डाल दी और बेड पर घोड़ी बन गई।

मैं नीचे झुका और रूबी ने मेरे मुँह पर अपने होंठ रखकर मुझे चूमने लगी।

मैं उसकी जीभ चूसते हुए उसकी चूत में अपने लंड डालने लगा।
रूबी की चूत से चिल्लाहट आने लगी। एक बार फिर, उसकी चूत झड़ने के कगार पर थी।

वह अचानक “आहह… आहह…” करने लगी।

अब मैं कुत्ते की तरह उसकी चूत में लंड डालने लगा।
मुझे उसकी चूत का झड़ना महसूस हुआ जैसे ही रूबी चीखी।

मैं उसकी चूत को चोदता रहा।
एक मिनट में, रूबी ने मेरे लंड पर अपनी चूत डाल दी और बेड पर घोड़ी बन गई।

मुझे फिर से कुतिया की तरह चोद, भाई ने कहा।
मैं घुटनों के बल उसके पीछे बैठ गया और अपने लंड को हिलाने लगा।

रूबी ने अपनी गांड को हाथों से पकड़कर चौड़ा कर दिया।
मैंने सीधे उसकी गांड पर अपना थूक फेंका, जो उसकी चूत तक सरसराया।

मैंने अपने लंड का टोपा उसकी चूत के मुहाने पर रखते हुए थूक लगाया।

रूबी ने अपनी गांड को पीछे उछाला और मेरा पूरा लंड उसके मुंह में डाल दिया।

वह मुझे पीछे देखने लगी। मैं झटके मारने लगा और रूबी मुझे ताड़ने लगी।
उसकी जीभ बाहर निकलने लगी और उसका मुँह खुल गया।

मैंने एक जोरदार झटका मारा और रूबी को देखते हुए, “ऊह… ऊह…” की सिसकारियां लेते हुए कहा, “रूबी, मेरा लंड सीधे तुम्हारी बच्चेदानी से टकरा रहा है!”

रूबी धम्म से बेड पर गिरी, उसके भारी, रसीले मम्मे बेड पर टकराए।

वह लेट गई और अपने हाथ फैलाकर पूरी तरह से अपनी गांड खोल दी, मानो मुझे अपनी गांड की गहराई में घूमने के लिए बुला रही हो।

उसकी चूत को फच-फच करते हुए मैं अपने हाथ का अंगूठा उसकी गांड में डालने लगा।

रूबी ने मेरे सामने अपनी चूत खोलकर घोड़ी की तरह बैठकर मुझे ऐसा मज़ा दिया कि मैं जन्नत में था।

मैं फिर से तड़पने लगा।
मैं अपने अंगूठे को उसकी गांड में और गहरा कर रहा था, उसकी शक्ति मेरे शरीर में आग लगा रही थी।

रूबी ने मेरे हाथ का अंगूठा मुँह में डालकर उसे चूसने लगी जब मैंने अपना एक हाथ आगे बढ़ाकर उसके गाल को पकड़ा ही था।

उसकी आंखें जंगली प्यास से भर गईं।
ताकि वह चुदाई के मजे में पूरी तरह डूब जाए, मैंने एक हाथ से उसकी गुदाज गांड पर जोरदार थप्पड़ मारा।

वाइल्ड भाभी के फक-फक की आवाजें कमरे भर गूंजने लगीं।
दस मिनट की इस भयंकर चुदाई के बाद रूबी अपनी मंजिल की ओर बढ़ने लगी।

वह “आहह… आहह… उउहह… उउहह..।” “रॉकी, मैं फिर से गिरने की कगार पर हूँ,” उसने कहा, “आहं… आहं..।”
किसी कुत्ते की तरह, मैंने दोनों हाथों से उसकी नरम कमर को कसकर चोदने लगा।

रूबी की गांड अचानक ऊपर उछलने लगी और फिर नीचे झटके लेने लगी, जब उसने सिर्फ पांच या छह कठोर झटके ही मारे थे।
मैंने महसूस किया कि रूबी झड़ रही है।
उसने अपनी गांड को उछालने लगी, दोनों हाथों से अपने मम्मों के निप्पल पकड़ लिए।

मैं रुक गया और उसकी चूत के झड़ने का अनुभव करने लगा।
उसी समय मेरा लंड भी रसदार होने लगा।

हम दोनों बहुत खुश हो गए।

उसकी सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं, लेकिन रूबी भाभी एक मिनट तक ऐसे ही अपनी गांड उछालती रही। मैं भी निढाल था।

कुछ देर बाद वह बेड पर लेट गई। मैं उसके ऊपर चढ़कर लेट गया और उसकी गर्दन को चाटने लगा।
उसकी गर्म सांसें मेरे चेहरे पर टकरा रही थीं।

हम एक-दूसरे में खोकर सो गए।

मेरी घर मालकिन रूबी, इसी तरह मेरी प्रेमिका बन गई।
हम दोनों लिव-इन में रहने लगे, हर बार एक-दूसरे की बांहों में जन्नत खोजते हुए चुदाई का आनंद लेने लगे।

दोस्तो, आपको यह Wild Bhabhi Fuck Story कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.

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