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छोटी बहन के साथ चुदाई का मज़ा लिया ( Chhoti Bahan Ki Chudai Kahani )

Chhoti Bahan Ki Chudai Kahani में मेरे दोस्तों ने मुझे सेक्स कहानियों का साहित्य पढ़ाया। मैंने चुदाई करके देखा। मैं बहन की चूत को कैसे देखने लगा और मैंने क्या किया?

प्रिय, मेरा नाम रंगीन है। आज मैं आपको अपनी Chhoti Bahan Ki Chudai Kahani बताने जा रहा हूँ। मेरी छोटी बहन गुड़िया और मैं दोनों इस कहानी में शामिल हैं। दोस्तो, वह इतनी सुंदर है कि मैं उसे शब्दों में नहीं बता सकता। इसलिए आज मैं उसकी कहानी आपको बताऊँगा।

मैं इस भाई बहन सेक्स कहानी में आपको बताऊंगा कि मैंने अपनी बहन के साथ कैसे यौन संबंध बनाए।

यह एक साल पहले हुआ था जब मैं स्कूल पास हुआ था। उस समय मेरी बहन बाहरवीं की परीक्षा दे चुकी थी। साथ ही कॉलेज में दाखिला लेने की तैयारी कर रही थी।

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मैं 20 वर्ष का था और मेरी बहन 19 वर्ष की थी। मैं आपको बताना भूल गया कि हम छह भाई बहन हैं और मेरे घर पर रहते हैं। मैं सिर्फ एक बहन की कहानी बता रहा हूँ; मेरी चार बहनें हैं। हालाँकि, उनमें से तीन की शादी हो चुकी है और मुझसे बड़ी वाली के लिए घर में एक आदमी देख रहे थे।

मेरी मां घरेलू काम करती है और मेरे पापा सरकारी कर्मचारी हैं। सरकार ने ही हमें घर दिया है। यह बहुत छोटा नहीं है, लेकिन बहुत बड़ा भी नहीं है।

उस समय मेरे जैसे जवान लड़कों का मेरा मित्र सर्कल था। वह लोग सेक्स कहानियों का साहित्य पढ़ते थे। उन्होंने मुझे भी कहानी वाली पुस्तकें पढ़ने को कहा, लेकिन मैं मना कर देता था।

अपने घर वालों से मुझे डर लगता था। पकड़ लिया जाने का बहुत डर था। मुझे डर था कि घरवालों को ऐसी खराब किताबें हाथ लग जाएंगी। ऊपर से दोस्तों से मुलाकात भी बंद हो जाएगी।

लेकिन मेरे दोस्त बहुत गरीब थे। एक दिन, उन्होंने मेरे बैग में उस सेक्स कहानी की किताब छुपा दी। घर जाकर मैं आराम करने लगा। फिर मैंने पढ़ाई करने के लिए बैग खोला और देखा कि उसमें वह किताब थी।

उस नंगी किताब के कवर पर एक नंगी तस्वीर थी, और अंदर भी बहुत नंगी तस्वीर थी। भयभीत होकर मैंने पुस्तक को बेड के गद्दे के नीचे छिपा दिया, ताकि कोई भी घर में रहने वाला उस पर न देख पाए।

रात हुई तो मैंने उस किताब को देखा, जिसमें बहुत सारे अश्लील चित्र थे। उसमें कुछ बड़े काले हब्शी भी थे, एक आदमी गोरी लड़की की चूत में पूरा लंड डाल रहा था। मैं इतना बड़ा भी लंड देखकर हैरान रह गया।

फिर मैंने वह पुस्तक पढ़ी और दूसरे दिन अपने दोस्तों को वापस भेजा।

अब मुझे भी उस तरह की किताब को हर दिन पढ़ने का मन होने लगा। मैं पढ़ने में मज़ा आने लगा और हर दिन एक बुक घर ले आता था। उसे पढ़ते हुए लंड हिलाता और उसकी नंगी तस्वीर देखकर मुठ मारता।

मैं हर दिन एक पुस्तक पढ़कर मुठ मारता था।

एक दिन मैंने एक किताब देखा, जिसमें एक भाई बहन की सेक्स कहानी थी, जिसमें बहन को चोट लगी। पहले, मैंने सोचा कि किसी ने बहन को गलत लिखा होगा। फिर मैंने बाद में पूरी कहानी पढ़ी तो पता चला कि बहन को भी चोदते हैं।

भाई बहन की सेक्स कहानी पढ़ते हुए मुझे मेरी छोटी बहन की याद आने लगी। उस दिन से मेरी बहन पर मेरी दृष्टि बदल गई थी। मुझे उसे बहुत अच्छा लगने लगा। अब वो मुझे बहन के रूप में नहीं बल्कि सेक्स के रूप में भी अच्छी लगने लगी।

अब मैं उसको हर दिन देखता रहता था।

कुछ दिनों के बाद मैंने उसकी पैंटी और ब्रा भी छिपाना शुरू कर दिया। मैं उसकी पैंटी और ब्रा को बाथरूम में ले जाकर उस पर मुठ मारने लगा। अब मुझे ये सब करना बहुत अच्छा लगता है। अब मैं अपनी बहन को कल्पना में भी चोदने लगा था।

धीरे-धीरे, मैं हर दिन बहन की पैंटी में मुठ मारने लगा और किताब पढ़ने लगा। तीन महीने मुठ मारते हुए निकल गए। मुझे अब चूत की जरूरत महसूस होने लगी।

मैं चुदाई करना चाहता था। आप चूत में लंड डालकर चोदने में कितना मजा आता है? मैं कोई चूत नहीं पा रहा था। मैं बहुत चिड़चिड़ा होने लगा। किसी कार्य में मन नहीं लगा।

कई दिनों तक ऐसा ही हुआ।

एक दिन मैं अपने घर में दोपहर में अकेला था। कॉलेज छुट्टी पर था। जब मैं टीवी देख रहा था, मेरी बहन नहाने के लिए बाथरूम में चली गई।

तभी मैं अपनी छोटी बहन को नहाते हुए देखने का विचार किया। हो सकता है कि मैं सिर्फ अपनी बहन की चूत को नहाते हुए देख सकूँ? मैं यह सोचकर उत्साहित हो गया।

हमारा घर एक आंगन था। सभी वहाँ नहाते थे। उस दिन घर पर कोई नहीं था, इसलिए मुझे भी बहन को छुप कर देखने में कोई परेशानी नहीं हुई। जब मेरी बहन अंदर नहाने गई, तो दरवाजा बंद कर दिया। मैं भी दरवाजे के पास बैठा था।

मैंने बाथरूम के दरवाजे में एक छेद पाया और उसके अंदर से निकलने लगा। उस समय मेरी बहन अपने कपड़े उतार रही थी। उसने पहले अपनी पजामी उतार दी, फिर अपना टीशर्ट उतारा। अब वह सिर्फ ब्रा और पैंटी पहनती थी।

उसकी टाइट, मध्यम आकार की चूचियां थीं। उसकी चूत की फाकें पैंटी पर बिल्कुल चिपकी हुई थीं। इसे देखते ही मेरा लिंग एकदम टाइट हो गया।

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अब मेरी बहन अपने शरीर पर पानी डालने लगी। अब उसकी चूचियों के चूचक भी दिखने लगे, क्योंकि उसकी ब्रा भीगी हुई थी।
मेरा लंड इसे देखकर मर गया।

उसकी पैंटी उसकी चूचियों से बह रही थी।

मैं वहीं अपने लिंग को सहलाना शुरू कर दिया। मैं पैंट के ऊपर से ही अपने लंड को मसल रहा था। तब मेरी बहन पूरी तरह से नंगी हो गई। उसकी चूत देखते ही मैं बेहोश हो गया और मुठ मारना शुरू कर दिया।

गुड़िया की चूत पूरी तरह से गुलाबी रंग की थी। मैं बहन की नंगी चूत देखकर बहुत उत्तेजित हो गया। फिर उसने ब्रा भी उतारी। ब्रा निकालने के बाद वह पूरी तरह से नंगी हो गई।

मैं वहीं से वापस आकर अपने कमरे में जाकर लेट गया। उस दिन से मैं हर दिन उसको नंगी देखने लगा। मैं हर दिन छुपकर उससे मिलने का अवसर खोजता रहता था। कई बार मौका मिलता था और कई बार नहीं मिलता था।

ऐसे ही दो महीने बीत गए। मेरे कॉलेज से अब छुट्टी हो गई है। मेरी बड़ी बहन की शादी के लिए लड़का देखने के लिए मेरी मां और पापा गांव गए। हम दोनों भाई बहनों को घर पर छोड़ दिया गया था।

अब हम अकेले थे। दस दिन तक घर में अकेले रहने के विचार से मैं खुश भी था।मैं जानता था कि सभी लोगों के जाने के बाद हम एक ही कमरे में सोयेंगे।

वह अकेले नहीं सोती थी। उसको अकेले सोने में डर लगता था, और मैं इससे लाभ उठाना था। पहले दिन मैंने सोचा कि आज बहन की चूत को छूकर देखूँगा।

खाना खाने के बाद हम दोनों एक ही बिस्तर पर लेट गए। बेड बड़ा था, इसलिए कोई समस्या नहीं हुई। मैं सिर्फ अपनी बहन को चोदने का विचार कर रहा था। मैं जानबूझकर उसके कम्बल में घुस गया जब वह सो गई।

फिर वह जाग उठी और बाहर देखने लगी। वह फिर से सोने लगी जब उसने मेरा कम्बल नीचे गिरा देखा। कुछ देर बाद मैंने काम करना शुरू किया।

मैं धीरे-धीरे अपनी बहन का बदन छूने लगा। मैं बहुत खुश था। मैंने साहस करके उसके पेट पर अपना हाथ रखा। उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। फिर मैं अपने हाथ को धीरे-धीरे फिराने लगा।

अब मैं मेरी बहन के बूब्स को छूने लगा। मैं धीरे-धीरे हाथ को उसके दूधों तक ले गया, फिर आहिस्ता से हाथ को उसके बूब्स पर रख दिया। उसने ब्रा पहनी हुई थी। मैं बहुत उत्तेजित हो गया।

मैं ऐसे हाथ रखे नहीं रह सका।

धीरे-धीरे मैंने अपनी बहन के बूब्स को दबाना शुरू किया। मैं हल्के से दबा रहा था। उसके चूचों को आहिस्ता से मसलकर मजा ले रहा था।

वह अभी भी चुप रही थी। मैंने सोचा कि शायद गहरी नींद में थी। मैं अपनी बहन की स्कर्ट सरकाने लगा। धीरे-धीरे सरकाते हुए मेरे हाथों पर उसकी पैंटी टकरा गई। वहीं मैं रुक गया।

अब मैं उसके दूधों को हाथ में लेने के लिए उसकी शर्ट का बटन खोलना था।
लेकिन ये इतना सरल नहीं था। मुझे डर था कि अगर वह जाग गई तो सब खराब हो जाएगा और वह मेरे पिताजी को भी मेरी हरकत के बारे में बता देगी।

अब मैं नींद का नाटक करने लगा। मैं उसकी चूचियों पर हाथ रखकर सो गया। उसने मेरा हाथ कसकर पकड़ लिया। शायद वह नींद में सोच रही थी कि मम्मी का हाथ है।

मैंने इसका फायदा उठाकर उसके शर्ट के बटन खोलने की कोशिश की। मैंने धीरे-धीरे उसकी शर्ट के तीन बटन खोले।लेकिन प्रकाश बंद था, इसलिए मैं अपनी बहन के बूब्स नहीं देख पा रहा था। मैं सिर्फ उसके दूधों को सहला सकता था।

मैंने सोचा कि मेरी बहन उठ गई है जब वह कुछ देर सहलाने के बाद थोड़ा सा कसमसाई। लेकिन मेरा अनुमान गलत था। वह अभी भी सोई हुई थी। मैं कुछ समय रुक गया। उसके बाद मैं फिर से काम करने लगा।

उसकी स्कर्ट के हुक को मैंने खोला। हुक को खोलकर मैंने उसे नीचे सरका दिया। तब मैंने उसकी शर्ट के सभी बटन खोले। अब उसकी ब्रा ऊपर हो गई। मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके दूधों को हल्के से दबाकर देखा।

मैं बस अपनी बहन की ब्रा का हुक खोलना बाकी था। उसकी ब्रा का हुक उसकी पीठ के नीचे दबा हुआ था, इसलिए मैं सोच रहा था कि अब इसे कैसे खोलूँ। वहाँ मेरा हाथ नहीं पहुंच सकता था। मुझे उसको करवट के बल लेटाना पड़ा।

कुछ विचार करने के बाद मैंने उसको कंधे से हल्के से धक्का देना शुरू किया। दूसरी ओर मुड़ने लगा। मैं उसे नींद में पलटी मारने के लिए हल्का दबाव दे रहा था।

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मेरी बहन ने काफी कोशिश करने के बाद करवट ले ली।
अब वह मेरी ओर थी। अब मैं उसकी ब्रा का हुक खोल सकता हूँ।

मैंने उसकी ब्रा और हुक भी खोला। मैंने सोचा कि वह जाग गई है जैसे ही उसकी ब्रा उतर गई।

वह कुछ प्रतिक्रिया नहीं दे रही थी, लेकिन उसकी सांसें अब ऐसी नहीं थीं जैसे सोते हुए। वह जाग चुकी थी, लेकिन बोली नहीं।

मैंने साहस करके उसकी चूचियों को दबाने लगा। उसकी सांसें अब भारी हो गईं, हालांकि वह कुछ नहीं बोल रही थी। मैंने पाया कि वह अपनी चूची दबाने में खुश है।

उसने अपने बूब्स पर कुछ देर तक दबाए रखने के बाद पलटकर मेरे हाथों को अपनी चूचियों पर दबाना शुरू कर दिया।सब कुछ अब स्पष्ट था। मैं अपनी बहन के ऊपर लेट गया और सिर्फ उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिया।

मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा और उसके होंठों को चूसने लगा। सिसकारी लेते हुए वह भी ऊंहह… उंहहह करने लगी। उसने मेरे मुंह को अपने बूब्स में दबा लिया और मैं उसकी चूचियों को पीने लगा।

अब मैंने उसकी चड्डी की ओर हाथ बढ़ाया। जब मैंने उसकी चड्डी उतारने की कोशिश की, तो मैंने देखा कि अंदर भी कुछ कपड़े की तरह लगा हुआ था। मैं जान गया कि मेरी बहन पीरियड्स में है।

फिर मैंने उसकी चड्डी नहीं हिलाई। मैं फिर से उसके दूध पीने लगा।

उसके दूधों को दबाने लगी। अब मेरी बहन भी मेरे साथ खुलकर सिसकारियां निकाल रही थी और दूध दबवा रही थी।

वह पूरी तरह से नंगी थी। उसके शरीर पर सिर्फ एक चड्डी बची हुई थी। मैंने उसके हाथ को पकड़ा और उसे अपने लंड पर रखा। उन्होंने मुठ मारकर मेरा लंड हिलाया।

उसने मेरा लंड धीरे-धीरे पकड़ लिया और लोअर के ऊपर से सहलाना शुरू किया। फिर कुछ देर बाद उसने मुठ मारने लगी और मेरी लोअर में हाथ डालकर मुठ मारने लगी।

अब मैं उसके होंठों को पीते हुए उसकी चूची को भींचने लगा।

मैं बहुत खुश था। लंड से बहन की चूत में चोद चोद कर उसकी चूत को फाड़ने का मन कर रहा था। लेकिन उसे पीरियड्स होते थे।

वह तेजी से मेरे लिंग को चूम रही थी। मेरी बहन का पूरा हाथ मेरे वीर्य में सन गया और मेरे लंड से पानी निकल गया।

मैंने कम्बल और लोअर दोनों उतार दिए। फिर उसने कपड़े से मेरा लंड धोया। मैं फिर कम्बल के बाहर लेट गया। मैं बिल्कुल नंगा था। अब मेरी बहन चुदास हो चुकी थी।

वह अपने आप मेरे पास आई और मेरे लंड से खेलने लगी। मैं भी खुश था। उसकी चूचियों के निप्पल को मैं मसल रहा था। वह मेरे लंड को कसकर भींचती थी जैसे ही मैं उसके निप्पल निचोड़ता था।

थोड़ी देर के बाद उसने मेरा वीर्य चूसने लगा। मैं खुश होने लगा।

फिर मैं उठकर बिजली चालू कर दी। उसके नंगे शरीर को देखना मेरी इच्छा थी। लाइट जलते ही मुझे उसकी नंगी छवि दिखाई दी, जिससे मेरे लिंग में झटके लगने लगे।

उसने अपने मुंह को हाथ से छुपा लिया। मुझे नंगा देखकर वह शरमा रही थी। वह बहुत सुंदर लग रही थी। जब मैंने उससे फिर से मेरा लंड पीने को कहा, तो वह फिर से मुंह में भरकर चूसने लगी।

मैंने दस मिनट तक उसको लंड चुसवाया, फिर पानी निकाल दिया। इस बार मैंने सिर्फ उसके मुंह में पानी डाला। उसने मेरा सामान बाहर फेंक दिया। फिर हम लेट गए और फिर से एक दूसरे का शरीर खेलने लगे।

उस रात हम दोनों ने सारी रात सेक्स फोरप्ले किया, लेकिन शारीरिक संबंध नहीं बनाया। किंतु बहन के साथ यौन व्यवहार करके मज़ा बहुत आया।

दोस्तों Chhoti Bahan Ki Chudai Kahani में मैं अपनी बहन की चुदाई नही कर सका क्युकी उसके प्रियड चल रहे थे।

आपको अगले भाग में मैं बताऊंगा की किस तरीके से मैंने अपनी बहन की चुदाई करी।

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